लेन-देन के विवाद में देर रात दो पक्षों में फायरिंग, वाहनों को फूंका

शहर के कुड़ी भगतासनी की जनता कॉलोनी में शुक्रवार देर रात दो परिवारों के बीच लेन-देन को लेकर फायरिंग हो गई। 20 से ज्यादा गोलियां चलाई गईं। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। बाद में बदमाशों ने भागते हुए वाहनों को फूंक दिया और कुछ को क्षतिग्रस्त कर दिया। आज दोपहर तक पुलिस बदमाशों को पकड़ने के लिए हाथ पैर मारती रही, लेकिन वे हाथ नहीं आए। एक परिवार की महिला ने हत्या के प्रयास का केस दर्ज करवाया। दूसरा पक्ष थाने नहीं पहुंचा। फायरिंग से क्षेत्र के लोग घरों से बाहर निकल कर आए। सुबह तक उनमें दहशत का माहौल बना रहा। 



एसीपी बोरानाडा मांगीलाल राठौड़ ने बताया कि मूलत: पाली जिले के भाणिया हाल जनता कॉलोनी कुड़ी में रहने वाला रमेश विश्नोई चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में 2-3 जगहों पर शराब के ठेके चलाता है। उसकी रिश्तेदारी जोलियाली झंवर में है। जोलियाली झंवर के भुटा विश्रोई उसका रिश्तेदार और दोस्त भी है। इनके बीच 80 हजार का लेन-देन का विवाद चला आ रहा है। 



करीब 10 दिन पहले रमेश ने शताब्दी सर्किल पर भुटा को हिसाब किताब करने के लिए बुलाया था। रमेश यह रुपए मांगता है। उसके फिटकासनी का सोनाराम, बाबल विश्रोई और अन्य वहां पर गए थे। तब इनके बीच विवाद हुआ था। इस बीच किसी ने भुट्टा को थप्पड़ मार दी थी। इससे विवाद गहरा गया था। 



कल रात करीब 1 बजे के आसपास रमेश ने भूट्टा के फोन कर हिसाब किताब के निपटारे के लिए बुलाया था। तब भुटा पहले से आशंकित होने पर 3-4 गाड़ियों में साथियों को लेकर पहुंचा। इस बीच फिर से इनके बीच विवाद हो गया। तब दोनों पक्ष के लोग भिड़ गए और फायरिंग शुरू कर दी। बताया गया कि दोनों तरफ से देशी कट्टों से फायर किए गए।  पुलिस ने मौके से एक दर्जन से ज्यादा खोल बरामद किए है। इतना ही नहीं बदमाशों ने एक दूसरे की गाड़ियों में आग लगाने के साथ तोड़फोड़ की। कुल 3 गाड़ियां जलकर खाक हो गईं। एसीपी राठौड़ के अनुसार, रमेश की पत्नी लक्ष्मी की तरफ से हत्या के प्रयास में रिपोर्ट दी गई है। जबकि दूसरे पक्ष की तरफ से अभी केस दर्ज नहीं करवाया गया है।


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पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा भाजपा पर लगाए गए हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों पर मध्य प्रदेश में करीब 17 घंटे से सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। मंगलवार सुबह दिग्विजय ने ट्वीट कर कांग्रेस विधायकों को दिल्ली लाने की बात कही थी। इसके बाद जब शाम को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दिल्ली के लिए निकले तो सियासी पारा और चढ़ गया। कांग्रेस ने देर रात दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 (एक निलंबित) और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। इसके बाद रात में ही भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया। अपडेट्स पटवारी ने भास्कर को बताया- हम होटल पहुंचते, तब तक कुछ विधायक किसी अज्ञात स्थान पर शिफ्ट किए जा चुके थे। सिर्फ रामबाई होटल के बाहर मिलीं। रात करीब 2 बजे कुछ विधायक होटल से अपना सामान लेकर बाहर निकलते देखे गए। जयवर्धन ने बुधवार सुबह कहा- हमने कांग्रेस के सभी 6 विधायकों से बात की है। वे लौटने को तैयार हैं। भाजपा रामबाई को गुमराह करके लाई थी। बसपा के 2 विधायकों से भी हमारी मुलाकात हो गई है। वे हमारे साथ हैं। हालांकि, निर्दलीय और कांग्रेसी विधायकों के फोन बंद हैं। रामबाई को छोड़कर कोई भी सामने नहीं आया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 4 विधायकों को बेंगलुरु भेजा गया है। भाजपा ने कहा है कि अभी 15 कांग्रेसी विधायक उनके संपर्क में हैं। प्रदेश सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायकों से चर्चा की। पूछा- कहीं उन्हें भी तो खरीदने की कोशिश नहीं हुई। कमलनाथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से चर्चा के लिए दिल्ली जा सकते हैं। हॉर्स ट्रेडिंग पर: पटवारी V/S शिवराज पटवारी ने आरोप लगाया कि विधायकों को खरीदने के लिए 30-35 करोड़ रुपए का लालच दिया गया। हम जब होटल में गए तो नरोत्तम मिश्रा एक विधायक को तो जबरन उठाकर ले गए। इस पूरे घटनाक्रम के मास्टरमाइंड शिवराज सिंह हैं। इस पर शिवराज ने कहा- मामला उनके घर का है और आरोप हम पर लगाते हैं। उनका काम केवल आरोप लगाना है। अब वहां इतने गुट हैं कि आपस में ही मारामार मची हुई है। मंगलवार सुबह से अब तक का सियासी घटनाक्रम दिग्विजय ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर आरोप लगाया कि भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह विधायक रामबाई (बसपा से निलंबित) को अपने साथ चार्टर्ड प्लेन से लेकर दिल्ली पहुंचे थे। इसके बाद शाम को भाजपा उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के दिल्ली पहुंचे। नरोत्तम यहां पहले से ही थे। गुड़गांव के एक होटल में करीब 9 विधायकों को भाजपा ने रुकवाया था। भनक लगते ही मंत्री पटवारी और जयवर्धन दिल्ली रवाना हुए। जब तक दोनों होटल पहुंचे, सभी विधायक कहीं और भेज दिए गए। सिर्फ रामबाई होटल के बाहर मिलीं। दिग्विजय भी रात को होटल गए, लेकिन उन्हें वहां कोई नहीं मिला। मुख्यमंत्री कमलनाथ भी देर रात तक दिल्ली में मौजूद विधायकों से संपर्क साधने की कोशिश करते रहे। हॉर्स ट्रेडिंग पर ग्वालियर में कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- मुझे कोई जानकारी नहीं है। न ही मेरे सामने कोई तथ्य आए। इन विधायकों के होटल में होने की पुष्टि रामबाई (बसपा), पथरिया बिसाहूलाल (कांग्रेस), अनूपपुर हरदीप सिंह (कांग्रेस), सुवासरा सुरेंद्र सिंह शेरा (निर्दलीय), बुरहानपुर संजीव कुशवाह (बसपा), भिंड ऐंदल सिंह कंसाना (कांग्रेस), सुमावली
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